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उन से नैन मिलाकर देखो / मुनीर नियाज़ी

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उन से नैन मिलाकर देखो|
ये धोखा भी खा कर देखो|

दूरी में क्या भेद छिपा है,
इसकी खोज लगाकर देखो|

[भेद=राज़]

किसी अकेली शाम की चुप में,
गीत पुराने गाकर देखो|

आज की रात बहुत काली है,
सोच के दीप जला कर देखो|

जाग-जाग कर उम्र कटी है,
नींद के द्वार हिलाकर देखो|

[द्वार=दरवाज़ा]