सांवरो रंग मिनोरे। सांवरो रंग मिनोरे॥ध्रु०॥
चांदनीमें उभा बिहारी महाराज॥१॥
काथो चुनो लविंग सोपारी। पानपें कछु दिनों॥सां० २॥
हमारो सुख अति दुःख लागे। कुबजाकूं सुख कीनो॥सां० ३॥
मेरे अंगन रुख कदमको। त्यांतल उभो अति चिनो॥सां० ४॥
मीरा कहे प्रभु गिरिधर नागर। नैननमें कछु लीनो॥सां० ५॥