1917 - बीस बरस की आयु में वाल-द-ग्रास के सैनिक अस्पताल में चिकित्सा विज्ञान की पढ़ाई करते समय लुई आरागों की मुलाक़ाक आंद्रे प्रेतों से हुई।
1919 - फ्रांस के दादावाद के दौर में उन्होंने आंद्रे ब्रेतों के साथ मिलकर ला लितेरात्यूर नामक पत्रिका आरंभ की जिसने अराजकतावादी दादावाद को क्रांतिकारी अतियथार्थवाद की ओर मोड़ा।
1924 - एक नई पत्रिका ला रिवोलुस्यों स्युररेयालिस्त का संपादन आरंभ किया।