जगदीश गुप्त का जन्म शाहाबाद, जिला हरदोई में हुआ। शिक्षा एम.ए., डी.फिल. तक हुई। ये प्रयाग विश्वविद्यालय में हिन्दी विभाग के अध्यक्ष रहे। सम्प्रति स्वतंत्र लेखन में संलग्न हैं। जगदीश गुप्त उच्चकोटि के कवि, गद्यकार और आलोचक हैं। ये नई कविता आंदोलन के महत्वपूर्ण स्तम्भ हैं। इनके मुख्य काव्य-संग्रह हैं : 'नाव के पांव , 'आदित्य एकांत, 'हिम- विध्द, 'शब्द-दंश, 'शम्बूक और 'युग्म। इन्होंने गुजराती तथा ब्रजभाषा पर शोध-ग्रंथ लिखे हैं। इनकी चित्रकला में भी विशेष रुचि है। ये ब्रज-साहित्य मण्डल उत्तरप्रदेश एवं मध्यप्रदेश सरकार द्वारा सम्मानित हुए हैं।