रामदरश मिश्र का जन्म ग्राम डुमरी, जिला गोरखपुर में हुआ। शिक्षा पहले गांव में और फिर प्रयाग में हुई। ये सफल कवि, आलोचक तथा कथाकार हैं। 'पथ के गीत, 'बैरंग बेनाम चिट्ठियां, 'पक गई है धूप तथा 'कंधे पर सूरज इनके काव्य-संग्रह हैं। तीन खण्डों में इनकी आत्मकथा भी प्रकाशित हो चुकी है। इन्होंने आंचलिक जीवन पर 'जल टूटता हुआ जैसे सफल उपन्यास भी लिखे हैं।