लक्ष्मीकांत वर्मा का जन्म बस्ती (उ.प्र.) में हुआ। शिक्षा उर्दू, फारसी से प्रारंभ हुई तथा लेखन हिन्दी से। पहले राजनीति में सक्रिय रहे, किंतु पिछले 30 वर्षों से स्वतंत्र लेखन में संलग्न हैं। इनकी लेखनी गजल, कहानी, उपन्यास, निबंध, नाटक, कविता, सभी साहित्यिक विधाओं पर चली है। इनकी मुख्य काव्य-कृतियां हैं : 'नए प्रतिमान, 'आदमी का जहर, 'धुएं की लकीरें, 'सीमांत के बादल तथा 'अतुकांत। ये कविता में मानव के खण्डित व्यक्तित्व को व्यक्त करना चाहते हैं।