कौन रंग फागुन रंगे, रंगता कौन बसंत,
प्रेम रंग फागुन रंगे, प्रीत कुसुंभ बसंत।
रोम रोम केसर घुली, चंदन महके अंग,
कब जाने कब धो गया, फागुन सारे रंग।
कौन रंग फागुन रंगे, रंगता कौन बसंत,
प्रेम रंग फागुन रंगे, प्रीत कुसुंभ बसंत।
रोम रोम केसर घुली, चंदन महके अंग,
कब जाने कब धो गया, फागुन सारे रंग।