Last modified on 30 सितम्बर 2009, at 06:53

आस्था-3 / राजीव रंजन प्रसाद

Rajeevnhpc102 (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 06:53, 30 सितम्बर 2009 का अवतरण (नया पृष्ठ: '''आस्था -३'''<br /> सपना ही तो टूटा है<br /> मौत ही तो आई है मुझे<br /> जी नहीं पा...)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

आस्था -३

सपना ही तो टूटा है
मौत ही तो आई है मुझे
जी नहीं पाओगे तुम लेकिन
इतनी तो आस्था है तुम्हे
मुझपर..