नरेन्द्र शर्मा
जन्म | 1913 |
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निधन | 1989 |
उपनाम | |
जन्म स्थान | जहाँगीरपुर, जिला खुर्जा, उत्तर प्रदेश, भारत |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
शूल-फूल (1934), कर्ण-फूल (1936), प्रभात-फेरी (1938), प्रवासी के गीत (1939), कामिनी (1943), मिट्टी और फूल (1943), पलाश-वन (1943), हंस माला (1946), रक्तचंदन (1949), अग्निशस्य (1950), कदली-वन (1953), द्रौपदी (1960), प्यासा-निर्झर (1964), उत्तर जय (1965), बहुत रात गये (1967), सुवर्णा (1971), सुवीरा (1973) | |
विविध | |
पंडित नरेन्द्र शर्मा ने हिन्दी-फ़िल्मों के लिये बहुत से गीत लिखे। उनके 17 कविता संग्रह, एक कहानी संग्रह, एक जीवनी और अनेक रचनाएँ पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हुई हैं। इसके अलावा उस समय की प्रमुख साहित्यिक पत्रिकाओं 'सरस्वती'में 1932 में और 'चांद' में 1933 मेँ इनकी प्रारम्भिक रचनाएँ और स्फुट कविताएँ व समीक्षा इत्यादि छपती रही हैं। | |
जीवन परिचय | |
नरेन्द्र शर्मा / परिचय |
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- मेरा मन / नरेन्द्र शर्मा
- सूरज डूब गया बल्ली भर / नरेन्द्र शर्मा
- ज्योति कलश छलके / नरेन्द्र शर्मा
- प्रयाग / नरेन्द्र शर्मा
- आज के बिछुड़े न जाने कब मिलेंगे / नरेन्द्र शर्मा
- तुम भी बोलो, क्या दूँ रानी / नरेन्द्र शर्मा
- तुम रत्न-दीप की रूप-शिखा / नरेन्द्र शर्मा
- हंस माला चल / नरेन्द्र शर्मा
- हर लिया क्यों शैशव नादान / नरेन्द्र शर्मा
- नींद उचट जाती है / नरेन्द्र शर्मा
- चलो हम दोनों चलें वहां / नरेन्द्र शर्मा
- नैना दीवाने एक नहीं माने / नरेन्द्र शर्मा
- मेरे गीत बडे हरियाले / नरेन्द्र शर्मा
- ऐसे हैं सुख सपन हमारे/ नरेन्द्र शर्मा
- ज्योति पर्व : ज्योति वंदना / नरेन्द्र शर्मा
- लौ लगाती गीत गाती,/ नरेन्द्र शर्मा
- फटा ट्वीड का नया कोट / नरेन्द्र शर्मा
- मधु के दिन मेरे गए बीत / नरेन्द्र शर्मा
- सुख-सुहाग की दिव्य-ज्योति से / नरेन्द्र शर्मा
- गंगा, बहती हो क्यूँ / नरेन्द्र शर्मा
- माया / नरेन्द्र शर्मा
- वर्षा मंगल /नरेन्द्र शर्मा
- पलाश /नरेन्द्र शर्मा
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