तुम्हें देखना
देखना है बार-बार देखी हुई प्रकृति को
तुम्हें पाना
पा लेना है बार-बार पाए हुए को
एक दूसरे ही रंग में उत्तप्त।
तुम्हें देखना
देखना है बार-बार देखी हुई प्रकृति को
तुम्हें पाना
पा लेना है बार-बार पाए हुए को
एक दूसरे ही रंग में उत्तप्त।