Last modified on 6 नवम्बर 2009, at 01:24

कुछ लोग / जया जादवानी

अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 01:24, 6 नवम्बर 2009 का अवतरण ("कुछ लोग / जया जादवानी" सुरक्षित कर दिया ([edit=sysop] (indefinite) [move=sysop] (indefinite)))

बहुत सट कर बैठो फिर भी
उठकर चले ही जते हैं कुछ लोग
मंज़िल आने से पहले
यूँ अभी भी कसके पकड़ा हुआ है हाथ
यूँ अभी भी जगहें
दिखती हैं भरी हुईं।