गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Last modified on 29 नवम्बर 2009, at 20:41
वक्तव्य न दो / आभा
अनिल जनविजय
(
चर्चा
|
योगदान
)
द्वारा परिवर्तित 20:41, 29 नवम्बर 2009 का अवतरण
(नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=आभा |संग्रह= }} {{KKCatKavita}} <Poem> घृणा से टूटे हुए लोगो! दर…)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
हिन्दी/उर्दू
अंगिका
अवधी
गुजराती
नेपाली
भोजपुरी
मैथिली
राजस्थानी
हरियाणवी
अन्य भाषाएँ
आभा
»
Script
Devanagari
Roman
Gujarati
Gurmukhi
Bangla
Diacritic Roman
IPA
घृणा से
टूटे हुए लोगो!
दर्पण
और अनास्था से
असंतुष्ट महिलाओं को
वक्तव्य न दो।