एक
नंगा आदमी
संसद में जाता है
और
बड़ी बारीकी से
आदमी का मुखौटा ओढ़कर
बाहर आता है।
मूल राजस्थानी से अनुवाद : दीनदयाल शर्मा
एक
नंगा आदमी
संसद में जाता है
और
बड़ी बारीकी से
आदमी का मुखौटा ओढ़कर
बाहर आता है।
मूल राजस्थानी से अनुवाद : दीनदयाल शर्मा