Last modified on 26 दिसम्बर 2009, at 13:43

छन्द / राहुल झा

अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 13:43, 26 दिसम्बर 2009 का अवतरण (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=राहुल झा |संग्रह= }} {{KKCatKavita}} <Poem> '''वरिष्ठ कवि प्रमोद त…)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

वरिष्ठ कवि प्रमोद त्रिवेदी की कविता पढ़कर!


चिड़ियाँ सौंपेंगी हमें अपनी उड़ान
तितलियाँ थोड़ी चंचलता

शंखपुष्पी थोड़ी रोशनी
पंडूक आकाश सौंपेंगे हमें

और नदी
अपनी कल-कल हँसी...
वृक्ष देंगे अपनी सम्पूर्णता
और बारिश अपनी मधुर आसावरी

धरती हमें वासन्ती छन्द देगी
और हम-
नश्वरता को नकार देंगे!