Last modified on 26 दिसम्बर 2009, at 17:43

पावती / मोहन राणा

Dkspoet (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 17:43, 26 दिसम्बर 2009 का अवतरण (पावती /मोहन राणा का नाम बदलकर पावती / मोहन राणा कर दिया गया है)

लौटती हुई रचनाएँ

किसे होता है खेद

संपादक को

कवि को ?

शहडोल के शर्मा जी को

परीक्षाओं के कुंजीकारों को

नई सड़क की भीड़ को

किसी अधूरे

बड़बड़ाए वाक्य को

किसे होता है खेद इस चुप्पी में


मुझे कोई खेद नहीं

उन्हें भी कोई खेद नहीं

फिर यह पावती किसके लिए


9.2.2006