Last modified on 9 जनवरी 2010, at 12:36

भविष्‍य की कविताएं / दिनेश कुमार शुक्ल

कुमार मुकुल (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 12:36, 9 जनवरी 2010 का अवतरण (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=दिनेश कुमार शुक्ल |संग्रह= }} {{KKCatKavita‎}} <poem> तुम तक पहु…)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

तुम तक पहुंच कर
जहां
रोज़ ख़त्म होती हैं
हमारी कहानियां --
शुरू होती हैं
वहीं से
कविताएं भविष्य की ।