गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Last modified on 20 जनवरी 2010, at 12:38
कछुए / रंजना जायसवाल
अनिल जनविजय
(
चर्चा
|
योगदान
)
द्वारा परिवर्तित 12:38, 20 जनवरी 2010 का अवतरण
(नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=रंजना जायसवाल |संग्रह=जब मैं स्त्री हूँ / रंजना …)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
हिन्दी/उर्दू
अंगिका
अवधी
गुजराती
नेपाली
भोजपुरी
मैथिली
राजस्थानी
हरियाणवी
अन्य भाषाएँ
रंजना जायसवाल
»
जब मैं स्त्री हूँ
»
Script
Devanagari
Roman
Gujarati
Gurmukhi
Bangla
Diacritic Roman
IPA
ज्यों ही बजे
दहलीज़ के बाहर
बिछुए
निकल आए
अपने-अपने खोल से
कछुए।