दुनिया में
लोग होते हैं
दो तरह के-
पहले वे
जो जीवन जीते हैं
पसीना बहा के !
दूसरे वे
जो पहले वालों का
बेचते हैं-
रूमाल,
शीतल पेय,
पंखे
और....
ठहाके।
दुनिया में
लोग होते हैं
दो तरह के-
पहले वे
जो जीवन जीते हैं
पसीना बहा के !
दूसरे वे
जो पहले वालों का
बेचते हैं-
रूमाल,
शीतल पेय,
पंखे
और....
ठहाके।