Last modified on 20 मार्च 2010, at 15:17

सुन्दर वेध्य / अशोक वाजपेयी

अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 15:17, 20 मार्च 2010 का अवतरण (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=अशोक वाजपेयी |संग्रह=उम्मीद का दूसरा नाम / अशोक …)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

स्थापत्य सुन्दर है,
शरीर सुडौल है,
आत्मा सुन्दर है,
लेकिन सुन्दरता सबसे अधिक वेध्य है :
वह अपना बचाव स्वयं नहीं कर सकती।
उसे कोई या कुछ और ही बचा सकता है।