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इंक्यूबेटर / राग तेलंग

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इस घनघोर अंधेरी रात में बिजली नहीं है और
इंक्यूबेटर में एक नवजात शिशु का जीवन संकट में है

अस्पताल तक आ पहुँचने वाले
बिजली के सारे तारों पर बैठकर
दिन में ही शहर के सारे कौव्वों ने
शायद पी ली बिजली
उस नवजात शिशु के हिस्से की
जो इंक्यूबेटर के भीतर
अपनी ही किलकारी से आक्रांत हो रहा है

बिजली नहीं है और इंक्यूबेटर में
एक नवजात शिशु देख रहा है
कैसे उसकी माँ का कलेजा फटकर बाहर की ओर आ गया है

इस बीच समय का अंगूठा रूक गया है
पावर हाऊस के मेन स्विच के ठीक ऊपर आकर
एक जलती हुई टॉर्च दिख रही है बस
जो बदहवास दौड़े चली जा रही है
नामालूम रास्तों पर
बिजली नहीं है-बिजली नहीं है चिल्लाते हुए
यह एक पिता की करूण पुकार है

घर के बुजुर्ग ख़बर के आने के इंतज़ार में हैं
उन्हें पता है बगैर बिजली की कई स्याह रातों का अंजाम

और कलेजा फट ही जाता है
जलती हुई टॉर्च यकायक बुझ जाती है

अंतत: रोशनी की जगह
अस्पताल की ख़बर फैलती है, बगैर बिजली के ।

इंक्यूबेटर वह उपकरण है जिसमें समय से पहले पैदा होने वाले बच्चों को रखने की ज़रूरत पड़ती है । इंक्यूबेटर में बच्चों को एक निश्चित तापमान में रखकर पोषण वगैरह दिया जाता है । इसमें उन्हें रखने से संक्रमण से भी बचाया जाता है ।