Last modified on 17 अप्रैल 2010, at 20:46

दूत / अत्तिला योझेफ़

अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 20:46, 17 अप्रैल 2010 का अवतरण (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKAnooditRachna |रचनाकार=अत्तिला योझेफ़ |संग्रह= }} {{KKCatKavita‎}} [[Category:हंगारी …)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

मुखपृष्ठ  » रचनाकारों की सूची  » रचनाकार: अत्तिला योझेफ़  » दूत

अब ट्रेन पटरी से नीचे जा रही है
हो सकता है यही मुझे नीचे लाए
शायद तमतमाये चेहरे आज ठंडे हो जाएँ

आप मुझसे बात कर सकते हैं, कह सकते हैं-
गर्म पानी बह रहा है, अभी-अभी नहाए
यह तौलिया लेकर पोंछ लें

भट्ठी पर माँस चढा है, आपको खिलाया जाएगा!
जहाँ मैं लेटा हूँ, वहीं आपका भी बिछावन है।

रचनाकाल : 1933

अंग्रेज़ी से अनुवाद : उमा