वक्त का जादू भोले-भाले मासूम बच्चे खेलते-खेलते गायब हो जाएं अल्ल-सुबह घूमने निकले बुजुर्ग लौटकर घर न आएं चहकती-महकती लड़कियां ख़ौफ़ज़दा पुतलियों में बदल जाएं देखते-देखते खुशबूदार फूल धारदार शूल बन जाएं हमने पहले तो नहीं देखा भई वाह! कैसा जबरदस्त जादू है जो यह वक्त हमें दिखा रहा है। जून 2000