मन्नन द्विवेदी गजपुरी
(1855-1921 ई०)
कवि मन्नन द्विवेदी गजपुरी का जन्म राप्ती नदी के किनारे गाजीपुर (उत्तरप्रदेश) के गजपुर गाँव में हुआ। एम०ए० तक
की उच्च शिक्षा प्राप्त कर वे आजमगढ़ के तहसीलदार बने। कवि मन्नन द्विवेदी गजपुरी गद्य और पद्य दोनों में ही लेखन करते
थे। वे इतने बड़े देशभक्त थे कि सरकारी नौकरी में रहते हुए भी राष्ट्रीय चेतना की रचनाओं का लेखन करते रहे।
’बड़बड़ानन्द सरस्वती’, ’चक्र सुदर्शन’ और ’गुरु घंटाल’ आदि छद्म नामों से भी इन्होंने पत्र-पत्रिकाओं में
अपनी बहुत-सी रचनाएँ प्रकाशित कराईं। गोरखपुर से प्रकाशित होने वाले ’स्वदेश’ साप्ताहिक में तो वे नियमित
रूप से कुछ न कुछ लिखते थे। ’बंधु विनय’, ’धनुष-भंग’ और ’प्रेम’ इनके चर्चित काव्य हैं।