मधु बाला के साथ सुरा पी,
उमर विजन में कर तू वास,
जग से दूर, जहाँ जीवन के
तापों का न मिले आभास!
दो दिन का साथी यह जीवन
ज्यों वन फूलों का आमोद,
गुलवदनों से, मधु अधरों से
करे ले कुछ क्षण हास विलास!
मधु बाला के साथ सुरा पी,
उमर विजन में कर तू वास,
जग से दूर, जहाँ जीवन के
तापों का न मिले आभास!
दो दिन का साथी यह जीवन
ज्यों वन फूलों का आमोद,
गुलवदनों से, मधु अधरों से
करे ले कुछ क्षण हास विलास!