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प्रणाम / सुमित्रानंदन पंत

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श्री अरविन्द सभक्ति प्रणाम!

स्वर्मानस के ज्योतित सरसिज,
दिव्य जगत जीवन के वर द्विज
चिदानंद के स्वर्णिम मनसिज
ज्योति धाम
सज्ञान प्रणाम!

विश्वातमा के नव विकास तुम
परम चेतना के प्रकाश तुम
ज्ञान भक्ति श्री के विलास तुम
पूर्ण प्रकाम
सकर्म प्रणाम!

दिव्य तुम्हारा परम तपोबल
अमृत ज्योति से भर दे भूतल,
सफल मनोरथ सृष्टि हो सकल
श्री ललाम
निष्काम प्रणाम!