रमेश कौशिक
(जन्म 19 मार्च 1930,खुर्जा, उ0प्र0 - निधन 27 सितंबर 2010, नोएडा, उ0प्र0)के अब तक ग्यारह कविता-संग्रह, चार विदेशी कविताओं के अनुदित संग्रह, पाँच बालगीत-संग्रह,चार लोककथा तथा जीवनी-साहित्य से संबधित पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। अनेक रचनाएँ नर्सरी से लेकर एम0ए0 तक पाठ्यक्रमों में निर्धारित तथा पी-एच0डी0 के लिए शोध का विषय्।
1977 में सोवियत भूमि नेहरू पुरस्कार और 1990 में बल्गारिया लेखक संघ के सर्वोच्च पुरस्कार-पेगासस स्वर्णपदक से हुए। बालसाहित्य के लिए उन्हें उत्तरप्रदेश हिंदी संस्थान से 1980 में और हिंदी अकादमी, दिल्ली से 1982-83,1987-88और 1996-97 में पुरस्कार मिला।
रमेश कौशिक की अनेक रचनाएँ अँग्रेजी, बल्गारियाई, रूसी,लिथुनिआई, बंगला और पंजाबी भाषा में अनुदित हो चुकी हैं।
विदेशों में अयोजित अनेक अंतर्राष्ट्रीय लेखक-सम्मेलनों में भारत का प्रतिनिधित्व किया तथा अध्यक्ष होने का गौरव प्राप्त किया।