चेहरे पर बिखरे हुए
दुःख के धागे
गोया लिखी काली रेखाएँ
धुआँ-सी
धँसी आँखों में दिखता-देखता
चमकता प्रकाश
मेरी जुबान पर तैर आया
आग का स्वाद
स्वाद आग का!
चेहरे पर बिखरे हुए
दुःख के धागे
गोया लिखी काली रेखाएँ
धुआँ-सी
धँसी आँखों में दिखता-देखता
चमकता प्रकाश
मेरी जुबान पर तैर आया
आग का स्वाद
स्वाद आग का!