Last modified on 29 जून 2010, at 13:18

प्रार्थना-एक / रेणु हुसैन

Mukeshmanas (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 13:18, 29 जून 2010 का अवतरण (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=रेणु हुसैन |संग्रह=पानी-प्यार / रेणु हुसैन }} {{KKCatKav…)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)


प्यार भरी बेचैंन सदाएं
ढूँढ़ रही हैं किसे हवाएं

झरने, नदियाँ और समंदर
किसकी ख़ातिर गाते जाएं

तितली, शबनम, फूल और अम्बर
किस पर अपना रंग उड़ाएं

किसकी जुदाई को सहती हैं
क्यों रोएं अम्बर की घटाएं

तुम हो सबमें, सबमें तुम हो
तुमको ही सब जीते जाएं