Last modified on 1 जुलाई 2010, at 20:00

पांचवां प्रेम / कर्णसिंह चौहान

Mukeshmanas (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 20:00, 1 जुलाई 2010 का अवतरण (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=कर्णसिंह चौहान |संग्रह=हिमालय नहीं है वितोशा / क…)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)


पांचवें प्रेम में
फिर पछताया पेचीनोव
पूरब के प्रांगण का
अनगिन रहस्य भरा
वह मंदिर
कहां है?