Last modified on 7 सितम्बर 2010, at 17:39

प्रार्थना / मुकेश मानस

Mukeshmanas (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 17:39, 7 सितम्बर 2010 का अवतरण (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=मुकेश मानस |संग्रह=काग़ज़ एक पेड़ है / मुकेश मान…)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)


मैं एक पत्ता हूँ
न जाने किस शाख का
टूटा हुआ पत्ता हूँ
     मैं उस शाख में जुड़ जाना चाहता हूँ।

मैं एक लहर हूँ
न जाने किस सागर की
छूटी हुई लहर हूँ
     मैं उस सागर में घुल जाना चाहता हूँ।

मैं एक पत्थर हूँ
न जाने किस पहाड़ का
उखड़ा हुआ पत्थर हूँ
     मैं उस पहाड़ में समा जाना चाहता हूँ।

मैं एक झोंका हूँ
न जाने किस बयार का
भटका हुआ झोंका हूँ
     मैं उस बयार में मिल जाना चाहता हूँ।

मैं एक ज़र्रा हूँ
न जाने किस भूमि का
बिछ्ड़ा हुआ ज़र्रा हूँ
     मैं उस भूमि में रम जाना चाहता हूँ।

मैं एक धड़कन हूँ
न जाने किस दिल की
खोई हुई धड़कन हूँ
     मैं उस दिल में बस जाना चाहता हूँ।
                         2010