Last modified on 7 सितम्बर 2010, at 17:40

समवेत गायन / रित्सुको कवाबाता

Firstbot (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 17:40, 7 सितम्बर 2010 का अवतरण (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKAnooditRachna |रचनाकार=रित्सुको कवाबाता }} Category:जापानी भाषा <poem> हम गा …)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

मुखपृष्ठ  » रचनाकारों की सूची  » रचनाकार: रित्सुको कवाबाता  » समवेत गायन

हम गा रहे हैं भजन संख्या ३१२
मैं हूँ विद्यार्थी
छोटा भाई है शिक्षक हमारा !
हाल ही में संगीत अकादमी से स्नातक ,
वह प्रोत्साहित करता है हमें अलापने को स्वर
स्वर और ऊंचे उठने दो !
मेरी मर्दानी आवाज़ आज सुर में है
कितना दक्ष निर्देशक !
कैसे चौकन्ने कान !
तुरंत पकड़ लेता है हर स्वर को संगति में चार की .
गाते हुए बार - बार
मैं बन जाती हूँ निपुण पेशेवर गायन में
पूरी तरह जोशीली
हा ले लुजः ....!

अनुवादक: मंजुला सक्सेना