जिनको नहीं चाहिए अधिक
बहुत है दो जून की रोटी
और गाने की छूट
बुहार सकते हैं जो
आसमान और धरती
डरता है उनसे खुदा भी
जिनको नहीं चाहिए अधिक
बहुत है दो जून की रोटी
और गाने की छूट
बुहार सकते हैं जो
आसमान और धरती
डरता है उनसे खुदा भी