भोला पंडित ‘प्रणयी’
जन्म : 6 जनवरी, 1936, ग्राम-कबैया, अररिया, बिहार, भारत ।
शिक्षा : साहित्य भूषण (हिन्दी विद्यापीठ, देवघर, झारखंड) ।
साहित्यिक-सक्रियता : 1960 से विभिन्न विधाओं में निरंतर लेखन-प्रकाशन। आकाशवाणी से रचनाओं का प्रसारण। विभिन्न साहित्यिक-सांस्कृतिक संस्थाओं से सक्रिय संबद्धता । सेवानिवृत्त अध्यापक । तत्त्वमसि (2004) के संपादन के बाद 2004 से ‘संवदिया’ (त्रैमासिक साहित्यिक पत्रिका) का निजी तौर पर संपादन-प्रकाशन ।
भारत के राष्ट्रपति द्वारा रजतपदक तथा बिहार राष्ट्रभाषा परिषद के सम्मान के अलावा अन्य अनेक सम्मान-पुरस्कारों से विभूषित ।
प्रकाशित कृतियाँ : वह इंसान था (1962), मुझे स्कूल जाने दो (1967), विदग्धा (1968), विरूप चेहरे (1995, सभी उपन्यास); मंथरा की विजय-यात्रा (कहानी-संग्रह, 1996), धूप के फूल (1985), अब तक गिने नहीं गए पेड़ (1996), गीत-गज़ल (2006), गिरते हुए पत्तों का बयान (2010,कविता-संग्रह; अँधेरों से मुठभेड़ (2010, गज़ल संग्रह), धृतराष्ट्र के आँसू (1996); अर्जुन का द्वंद्व (1999, दोनों खंडकाव्य) तथा चलिये पिय के देश (अध्यात्म-दर्शन विषयक कृति, 1995)।
संप्रति : स्वतंत्र लेखन।
संपर्क : जयप्रकाश नगर, वार्ड नं. 7, अररिया- 854311 (बिहार), भारत ।
मोबाइल : (0) 9931223187