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खथावळ में / सांवर दइया

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चढ तो बैठ्या
धरती री छांती माथै
पाणी री ताकत सूं टेंटीज र
आंधा हुयोड़ा लोर

लंबी लड़त री हेवा धरती
आ कुश्ती कद हारै ?

जोर दिखावण री खथावळ में
बावळ हुयोडा लोर
घडी क बरस र
लचकाणा पड आपरै रस्तै लागै !