Last modified on 6 दिसम्बर 2010, at 15:41

मां / शिवराज भारतीय

आशिष पुरोहित (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 15:41, 6 दिसम्बर 2010 का अवतरण (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=शिवराज भारतीय |संग्रह=रंग-रंगीलो म्हारो देस / शि…)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)


लाड कोड रो समंदर मां,
मो‘ ममता रो मिदंर मां।

चोखी-चोखी बात सुणावै,
लोरी गा‘र सुआवै मां।

मां कैयां मुंडो भर आवै,
हियै हेत सरसावै मां।

मिनख भलाई बणै डोकरो,
उणनै समझै टाबर मां।

सगळा तीरथ धाम उठै ई,
जिण घर हरखै मुळकै मां।

मां री होड़ करै कुण दूजो,
परमेसर भी पूजै मां।