कर रहा हूँ
तुमसे अब तक मैं
अधूरा प्यार
नहीं जान पाया हूँ
तुम्हें पूरा
अभी तो मैं
नहीं जान पाया हूँ
ख़ुद को
मरने के ठीक पहले
शायद मैं कह पाऊँगा
तुम्हें कितना जान पाया
कितना तुम्हें कर पाया
प्यार
पर चाहता तो मैं हमेशा था
करना पूरा प्यार
जानना तुम्हें पूरा का पूरा
लेकिन कभी भी किसी को
पूरी तरह नहीं जान सकता
कोई चीज़ नहीं होती पूरी
इसलिए मैं करता रहूँगा
तुमसे मैं हमेशा अधूरा प्यार ।