Last modified on 13 सितम्बर 2012, at 13:03

अनवरत संवाद / संगीता गुप्ता


उनके बीच
चलता है
अनवरत संवाद
उपस्थिति में
अनुपस्थिति में

सुनती है
अपनी हर सांस में वह उसे
सम्पृक्त दोनों
हर हार में
हर जीत में