बरम भइला बदे
मूड़ी काटल जरूरी होला
तब्बे न केहू गोड़ लागी
भा पुजाई करी
आ सूतल बरम जगावल जाई।
जब बरम जगिहें भा जागि जइहे
त अनहोनी होखे लागी
मूड़ी काटि के-
गोड़ लगला से बढ़ि के
अनहोनी का ह
सिवाय, अनहोनी से अनहोनी भइला के।
22.06.95
बरम भइला बदे
मूड़ी काटल जरूरी होला
तब्बे न केहू गोड़ लागी
भा पुजाई करी
आ सूतल बरम जगावल जाई।
जब बरम जगिहें भा जागि जइहे
त अनहोनी होखे लागी
मूड़ी काटि के-
गोड़ लगला से बढ़ि के
अनहोनी का ह
सिवाय, अनहोनी से अनहोनी भइला के।
22.06.95