गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Last modified on 13 अप्रैल 2012, at 21:01
अ-मृत / लीलाधर जगूड़ी
चर्चा
हिन्दी/उर्दू
अंगिका
अवधी
गुजराती
नेपाली
भोजपुरी
मैथिली
राजस्थानी
हरियाणवी
अन्य भाषाएँ
लीलाधर जगूड़ी
»
नाटक जारी है
चुनी हुई कविताएँ
»
Script
Devanagari
Roman
Gujarati
Gurmukhi
Bangla
Diacritic Roman
IPA
हमेशा नहीं रहते पहाड़ों के छोए
पर हमेशा रहेंगे वे दिन
जो तुमने और मैंने एक साथ खोए।