सब ने सब का खाया
अपना अपना गुन गाया
कोई किसी को भाया
ना कोई पेड़
ना कोई साया
ना कोई गया ना कोई आया
कैसा दीन
कैसी दुनिया
कैसा जगत है कैसी माया!
सब ने सब का खाया
अपना अपना गुन गाया
कोई किसी को भाया
ना कोई पेड़
ना कोई साया
ना कोई गया ना कोई आया
कैसा दीन
कैसी दुनिया
कैसा जगत है कैसी माया!