मेरे घर की
बैठक में
रखे है कई गमले
लगे है कई
इनडोर प्लांटस
जिनमें फूल नहीं खिलते
फल भी नहीं आते
और खुशबू भी नहीं दे पाते है
बेचारे
पर फिर भी वे सब प्याररे है मुझे।
जिन्दगी के मकान में,
दिल की बैठक में
मैंने भी रखा है एक गमला
लगाया है जिसमें
स्नेह का एक इनडोर प्लांट
यह जानते हुए कि वह
फल फूल नहीं देता
पर प्रेम की खुशबू का स्वाद
मुझे जिजीविषा देता है
और मैं! तुम्हारी प्रतिज्ञा में
स्नेह सहित सींचता हूँ
सपनों की बगिया को