उपेंद्र अणु ऋषभदेव (उदयपुर) के कवि अनुवादक हैं।
कविता संग्मरह मनख नू मान प्रकाशित।
'आंगास बणता सबद' (संपादक- उपेंद्र अणु),
मराठी उपन्यासकार विष्णु सखाराम खाण्डेकर के उपन्यास 'ययाति' का अनुवाद,
धूमिल की काव्य कृति ‘कल सुनना मुझे’ के अनुवाद ‘काले सांभरजू म्हने’ पर केन्द्रीय साहित्य अकादमी के अनुवाद पुरस्कार से पुरस्कृत।