उसने कहा,
मैं तुम्हारा सबसे अच्छा दोस्त बनना चाहता हूं
मैंने उसके मेरा दुश्मन होने की
हर सच संभावना को झुकला दिया।
उसने कहा,
मैं तुमसे प्यार करता हूं
मैंने उससे नफरत करने की
हर वजह को भुला दिया।
उसने कहा,
मैं तुम्हारे बिना नहीं जी सकता
मैंने अपने उससे दूर जाने के
सारे रास्ते बंद कर दिए।
उसने कहा,
तुम पहला गंभीर प्रेम हो मेरी जिंदगी का
मैंने इस मजाक को भी गंभीरता से लिया।
उसने
परत दर परत परखा मुझे
और मैंने
सिर्फ और सिर्फ उसके शब्दों को
परब्रह्म बना लिया।
उसने
रूठ जाने की हजारों वजहें दी मुझे
पर मैंने लाखों बार
उसके लिए खुद को मना लिया।
उसने भी तोड़ने और भूलने के लिए किए
सारे वादे और ली सारी कसमें
मैंने उसकी इन्हीं यादों को
ताउम्र के लिए सीने से लगा लिया।
उसके साथ
ख्वाबों का एक काफिला सा था
उसके जाने के बाद खड़ी थी
सपनों की एक सुनसान सड़क।
उसके बिना था अब सब कुछ
पर मैं खुद को ढूंढते हुए
अब भी पीछे रह गई थी
कहीं उसी के पास।