कूबड़ जैसी पीठ है उसकी
हिलता-डुलता चलता है
गद्देदार पैर हैं उसके
रेगिस्तान में दौड़ता है
पेट में पानी की थैली से
अपनी प्यास बुझाता है
ऊँट की सवारी करने पर
ख़ूब मज़ा आता है।
कूबड़ जैसी पीठ है उसकी
हिलता-डुलता चलता है
गद्देदार पैर हैं उसके
रेगिस्तान में दौड़ता है
पेट में पानी की थैली से
अपनी प्यास बुझाता है
ऊँट की सवारी करने पर
ख़ूब मज़ा आता है।