कपचन बनै सें
बचै के भरसक
कोशिश करै छियै
तभियो कपचन
बनी जाय छियै
जखनी-तखनी लोगें
आपनऽ-आपनऽ
हिसाबऽ सें
कपची-कपची केॅ
कपचन बनाय लै छै
सौंसे देखना
कम्मै केॅ
बर्दाश्त होय छै।
कपचन बनै सें
बचै के भरसक
कोशिश करै छियै
तभियो कपचन
बनी जाय छियै
जखनी-तखनी लोगें
आपनऽ-आपनऽ
हिसाबऽ सें
कपची-कपची केॅ
कपचन बनाय लै छै
सौंसे देखना
कम्मै केॅ
बर्दाश्त होय छै।