('नन्दी ग्राम में कानून-व्यवस्था क़ायम रखने के लिए, आज इन्तज़ाम किया गया है.' 14 मार्च 2007 की शाम को संवाददाता सम्मेलन में वामफ़्रंट के चेयरमैन विमान बसु के बयान का अंश.)
माथे पर स्टीकर चिपका : सुकुमार गिरि
छाती में बड़ा छेद लिए चित्त लेटा
तमलुक अस्पताल में
डाक्टर समझ रहा है
इस आदमी को बेड पर उठाने जाने में मर जाएगा अभी
एकदम. हुआ भी वही. लेकिन, बेटा उसका समझ नहीं रहा तब भी.
कहता है, 'बाबू, पांव पड़ता हूँ, बाबा को बचाइए.'
डाक्टर क्या करे भला. लड़का नहीं जानता लीडर की एक-एक बात पर
निर्देशित है हमारा सोना-बैठना, चलना-फिरना, ज़िन्दा रहना और मरना
हमारा फ़र्ज़ है मुर्दाघर में, अस्पताल में
पुलिस की गोली खा सिर्फ़ मुर्दा बन
कानून-व्यवस्था क़ायम रखना.
बांग्ला से अनुवाद : संजय भारती