Last modified on 27 मार्च 2012, at 13:13

काला नक़्शा / बेई दाओ

मुखपृष्ठ  » रचनाकारों की सूची  » रचनाकार: बेई दाओ  » काला नक़्शा

अंत में ठंडे कौए सारे टुकड़े जोड़कर
रात बनाते हैं : एक काला नक़्शा
मैं घर पहुंच गया हूं - पीछे रास्ता
ग़लत रास्ते से भी ज़्यादा लंबा निकला
उतना ही लंबा जितना जीवन

जाड़ों का हृदय लाओ
जब चश्मे का पानी और बेतहाशा विशाल दवा-गोलियां
रात के शब्द बन जाती हैं
जब स्मृति भौंकती है
इंद्रधनुष काले बाज़ार पर प्रेतबाधा की तरह उगता है

मेरे पिता के जीवन की कौंध उतनी ही छोटी थी जितनी मटर का दाना
मैं उनकी प्रतिध्वनि हूं
मुलाक़ातों के कोनों को पलटता हुआ
एक पूर्व-प्रेमी चिट्ठियों से चकराती हवा के पीछे
छिप जाता है

बीजिंग, शराब का यह जाम
तुम्हारी राहबत्तियों के लिए
मेरे सफ़ेद बालों को इस अंधेरे नक़्शे से
रास्ता खोज निकालने दो
जैसे कि कोई तूफ़ान तुम्हें उड़ाए ले जा रहा हो

मैं क़तार में खड़ा इंतज़ार करता हूं
जब कि तक वह छोटी खिड़की बंद नहीं हो जाती :
ओ मेरे चमकीले चांद
मैं घर जा रहा हूं
जीवन में कुल जितनी अलविदा होती हैं
उनसे एक कम पुनर्मिलन होता है

अंग्रेजी भाषा से रूपांतरण : गीत चतुर्वेदी