मैं उदास था
और संगीत सुन रहा था
छू नहीं रही थी
कोई भी बंदिश
मर्म को
किलकारी गूंजी नाती की
और मैं उसमें डूब गया
मैं उदास था
और संगीत सुन रहा था
छू नहीं रही थी
कोई भी बंदिश
मर्म को
किलकारी गूंजी नाती की
और मैं उसमें डूब गया