कुछ लोग हक़ीक़त से बिख़र जाते हैं
छोटी बड़ी हर बात से डर जाते हैं
जीने को समझते हैं तकल्लुफ यानी
जीने के लिए रोज़ ही मर जाते हैं।
कुछ लोग हक़ीक़त से बिख़र जाते हैं
छोटी बड़ी हर बात से डर जाते हैं
जीने को समझते हैं तकल्लुफ यानी
जीने के लिए रोज़ ही मर जाते हैं।