यदि केवल :
मेंढक ही कुएँ में रहते हैं
चूहे ही बिलों में रहते हैं
कुत्ते ही दुम हिलाते हैं
चमगादड़ ही उल्टा लटकते हैं
दीमक ही सब कुछ चाट जाते हैं
और मच्छर ही ख़ून पी जाते हैं
तो मनुष्य होकर भी
हम लोग यह सब क्यों कर रहे हैं
इंसानियत की आँखों से गिर कर
जीते-जी हम क्यों मर रहे हैं ?